एक समय था जब प्याज के बाजार पर महाराष्ट्र के नासिक और ओरंगाबाद का कब्जा था। वक्त ने करवट ली व युवा पीढ़ी के खेती की कमान संभाली। बदलते दौर ने युवाओं से खेती की तकनीक को भी बदलवाया। इसी का परिणाम है की महाराष्ट्र के बजाए अब रतलाम सहित मालवा के देशी प्याज की मांग देश के साथ साथ विदेश में भी होने लगी है।
उन्नत बीज से उगाए गए मालवा के देशी प्याज की महक देश ही नहीं विदेश में भी पहुंच गई है। यहां के देशी प्याज को लेने बांग्लादेश के बड़े प्याज व्यापारी भी लालायीत है। भरपुर आवक के चलते इस डिमांड को कारोबारी पूरा कर रहे है। कारोबारी कहते है, फिलहाल बांग्लादेश देशी प्याज भेजा जा रहा है, लेकिन डिमांग चीन व अमेरिका से भी है। इस बारे में फिलहाल निर्णय नहीं हुआ है कि अन्य देश में भी प्याज भेजा जाए या नहीं।
भरपुर हो रही आवक
26 जुलाई को प्याज के कृषि उपज मंडी में 4400 कट्टे की आवक हुई, जबकि 27 जुलाई को बढ़कर 10172 कट्टे की आवक हो गई। इसी प्रकार 28 जुलाई को 15206 कट्टे, 29 जुलाई को 14913, 30 जुलाई को 11759 कट्टे प्याज की आवक मंडी में हुई।
इन राज्यों में जा रहा प्याज
मध्यप्रदेश के अतिरिक्त पंजाब, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, असम, तमीलनाडृू, कर्नाटक, राजस्थान, बिहार, केरल, उड़ीसा, झारखंड, गुजरात, आंध्रप्रदेश, तेलगांना व दिल्ली में रतलाम का देशी प्याज जा रहा है। प्याज से जुड़े कारोबारियों के अनुसार देशी प्याज तीन लेयर का होता है, इससे यह एक से दो साल तक खराब नहीं होता। यही इसकी सबसे बड़ी विशेषता है। इसलिए इसकी मंाग अधिक है।
उन्नत बीज का उपयोग
प्याज के प्रगतिशील किसान, नारायण पाटीदार ने बताया कि देशी प्याज की खेती के लिए उन्नत बीज का उपयोग हो रहा है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। कोरोना काल में इम्न्यूनिटी बढ़ाना जरूरी है, इसलिए ही इस प्याज को देश के साथ विदेश में पसंद किया जा रहा है।
तीन लेयर विशेषता
प्याज कारोबारी अली ट्रेडर्स के डॉ. अनवर अली ने बताया कि रतलाम के देशी प्याज की देश के साथ विदेश में भी डिमांड है। इसमे तीन लेयर होती है जो इसको लंबे समय तक सुरक्षित रखती है। मौसम के होने वाले रोग से यह प्याज बचाता है।
दो साल से रहे है
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरपुर से आए कारोबारी रईस एहमद ने बताया कि पिछले दो वर्ष से हम रतलाम से प्याज खरीद रहे है। यहां के प्याज का दाम तो बेहतर है ही इसके साथ साथ इसकी महक व स्वाद भी उपभोक्ताओं को पसंद आती है।
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